धर्मशाला(कांगड़ा), 15 सितंबर। कृषि विभाग के अधिकारियों व कृषि विवि, पालमपुर के वैज्ञानिकों की सयुंक्त टीम ने छोटा भंगाल क्षेत्र में किसानों के खेतों का निरीक्षण किया। इस टीम में डॉ. अरुण सूद, प्रमुख विस्तार विशेषज्ञ, प्रसार निदेशालय, कृषि विवि, पालमपुर, डॉ सुशील कुमार, जिला कृषि अधिकारी, पालमपुर, डॉ रेणु शर्मा, विषयावाद विशेषज्ञ कृषि, ब्लॉक बैजनाथ , कृषि प्रसार अधिकारी, मुल्थान मौजूद थे। इसके अलावा पवना देवी, जिला परिषद् सदस्य, गुनेहर वार्ड संख्या 19 व विभिन्न पंचायतों के प्रतिनिधि (प्रधान, उपप्रधान) व किसान इस दौरान टीम के साथ मौजूद थे।
जिला कृषि अधिकारी डॉ. सुशील कुमार ने बताया कि कृषि विशेषज्ञों की टीम ने छोटा भंगाल क्षेत्र के द्योट, कोठिकोहर, नल्होता, बड़ाग्रां, और लोहारडी में किसानों के खेतों में बंदगोभी व अन्यों सब्जियों में लग रही बीमारियों का निरिक्षण किया। बीमारियों से बचाब व रोकथाम के लिए किसान कॉपर ओक्सीक्लोराइड का 3 ग्राम प्रति लीटर या बौर्डिओक्स मिक्सचर का 1 प्रतिशत का घोल बनाकर छिड़काव करने की सलाह दी है। इसके अतिरिक्त किसानों से यह आग्रह किया है ही वो फसल चक्र को अपनायें व हर साल एक ही खेत में एक ही फसल न लगायें। एक ही फसल लगाने के कारण बीमारी के प्रकोप की संभावना अधिक हो जाती है। इसके अतिरिक्त राजमाश की फसल में एंगुलर लीफ स्पॉट नामक रोग पाया गया। इसकी रोकथाम के लिए किसानों को बैविस्टिन 1 ग्राम प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर खेतों में छिड़काव करने की सलाह दी गई है।
पूजा-अर्चना:
सीएम ने मां बगलामुखी मंदिर में शीश नवायाअंशदान:
पुलिस के ऑर्केस्ट्रा हार्मनी ऑफ द पाइंस की टीम ने सुख आश्रय कोष में दिए दो लाखशीश नवाया:
सीएम ने तारा देवी मंदिर में की पूजा-अर्चनाभेंटवार्ता:
मुख्यमंत्री से मिले पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्माभेंटवार्ता:
मुख्यमंत्री ने प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला और एआईसीसी प्रदेश सचिव तेजिंदर पाल सिंह बिट्टू से की भेंट