Wednesday, April 24, 2024
BREAKING
शिमला में चार साल की मासूम से दुष्‍कर्म चंबा फ़र्स्ट के लिए मोदी ने चंबा को आकांक्षी ज़िला बनाया : जयराम ठाकुर बिकाऊ विधायक धनबल से नहीं जीत सकते उपचुनाव : कांग्रेस तीन हजार रिश्‍वत लेते रंगे हाथों दबोचा एएसआई 23 वर्षीय युवती ने फंदा लगाकर की आत्‍महत्‍या सरकार उठाएगी पीड़ित बिटिया के इलाज का पूरा खर्च: मुख्यमंत्री युवक ने दिनदिहाड़े छात्रा पर किए दराट के एक दर्जन वार, हालत गंभीर पीजीआई रेफर राज्य सरकार के प्रयासों से शिंकुला टनल को मिली एफसीए क्लीयरेंस: सीएम कांग्रेस नेताओं ने कई मुद्दों पर भाजपा को घेरा, बोले भाजपा नेता कर रहे गुमराह स्वदेशी क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण
 

पेट्रोल-डीजल से सरकार की मोटी कमाई, पहली छमाही में जुटाए 1.71 लाख करोड़

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Sunday, October 31, 2021 18:24 PM IST
पेट्रोल-डीजल से सरकार की मोटी कमाई, पहली छमाही में जुटाए 1.71 लाख करोड़

नई दिल्ली, 31 अक्तूबर। पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क संग्रह चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत बढ़ा है। आधिकारिक आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। यदि कोविड-पूर्व के आंकड़ों से तुलना की जाए, तो पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क संग्रह में 79 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि हुई है।

 

वित्त मंत्रालय में लेखा महानियंत्रक (सीजीए) के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले छह माह में पेट्रोलियम उत्पादों पर सरकार का उत्पाद शुल्क संग्रह पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि की तुलना में 33 प्रतिशत बढ़कर 1.71 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। पिछले साल की समान अवधि में यह 1.28 लाख करोड़ रुपये रहा था। यह अप्रैल-सितंबर, 2019 के 95,930 करोड़ रुपये के आंकड़े से 79 प्रतिशत अधिक है।

 

पूरे वित्त वर्ष 2020-21 में पेट्रोलियम उत्पादों से सरकार का उत्पाद शुल्क संग्रह 3.89 लाख करोड़ रुपये रहा था। 2019-20 में यह 2.39 लाख करोड़ रुपये था। माल एवं सेवा कर (जीएसटी) प्रणाली लागू होने के बाद सिर्फ पेट्रोल, डीजल, विमान ईंधन और प्राकृतिक गैस पर ही उत्पाद शुल्क लगता है। अन्य उत्पादों और सेवाओं पर जीएसटी लगता है। सीजीए के अनुसार, 2018-19 में कुल उत्पाद शुल्क संग्रह 2.3 लाख करोड़ रुपये रहा था। इसमें से 35,874 करोड़ रुपये राज्यों को वितरित किए गए थे। इससे पिछले 2017-18 के वित्त वर्ष में 2.58 लाख करोड़ रुपये में से 71,759 करोड़ रुपये राज्यों को दिए गए थे।

 

वित्त वर्ष 2020-21 की पहली छमाही में पेट्रोलियम उत्पादों पर बढ़ा हुआ (इंक्रीमेंटल) उत्पाद शुल्क संग्रह 42,931 करोड़ रुपये रहा था। यह सरकार की पूरे साल के लिए बांड देनदारी 10,000 करोड़ रुपये का चार गुना है। ये तेल बांड पूर्ववर्ती कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में जारी किए गए थे। ज्यादातर उत्पाद शुल्क संग्रह पेट्रोल और डीजल की बिक्री से हासिल हुआ है। अर्थव्यवस्था में पुनरुद्धार के साथ वाहन ईंधन की मांग बढ़ रही है। उद्योग सूत्रों का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में बढ़ा हुआ उत्पाद शुल्क संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रह सकता है।

 

पूर्ववर्ती संप्रग सरकार ने रसोई गैस, केरोसिन और डीजल की लागत से कम मूल्य पर बिक्री की वजह से होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए पेट्रोलियम कंपनियों को कुल 1.34 लाख करोड़ रुपये के बांड जारी किए थे। वित्त मंत्रालय का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में इसमें से 10,000 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना है।

 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोगों को वाहन ईंधन की ऊंची कीमतों से राहत देने में पेट्रोलियम बांडों को बाधक बताया है। पेट्रोल और डीजल पर सबसे अधिक उत्पाद शुल्क जुटाया जा रहा है। नरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल वाहन ईंधन पर कर दरों को रिकॉर्ड उच्चस्तर पर कर दिया था। पिछले साल पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क को 19.98 रुपये से बढ़ाकर 32.9 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था। इसी तरह डीजल पर शुल्क बढ़ाकर 31.80 रुपये प्रति लीटर किया गया था।

 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें सुधार के साथ 85 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई हैं और मांग लौटी है, लेकिन सरकार ने उत्पाद शुल्क नहीं घटाया है। इस वजह से आज देश के सभी बड़े शहरों में पेट्रोल 100 रुपये प्रति लीटर के पार पहुंच गया है। वहीं डेढ़ दर्जन से अधिक राज्यों में डीजल शतक लगा चुका है। सरकार ने पांच मई, 2020 को उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी कर इसे रिकॉर्ड स्तर पर कर दिया था। उसके बाद से पेट्रोल के दाम 37.38 रुपये प्रति लीटर बढ़े हैं। इस दौरान डीजल कीमतों में 27.98 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।

नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं, आरबीआई गवर्नर बोले जारी रहेगी महंगाई के खिलाफ जंग

वक्‍तव्‍य : नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं, आरबीआई गवर्नर बोले जारी रहेगी महंगाई के खिलाफ जंग

अब 7 लाख की आय पर नहीं लगेगा टैक्‍स, पढ़े किसे क्‍या मिला

केंद्रीय बजट : अब 7 लाख की आय पर नहीं लगेगा टैक्‍स, पढ़े किसे क्‍या मिला

अडाणी विल्मर ने 'कोहिनूर' समेत कई ब्रांड खरीदे, खाद्य कारोबार करेगा मजबूत

कारोबारी सौदा : अडाणी विल्मर ने 'कोहिनूर' समेत कई ब्रांड खरीदे, खाद्य कारोबार करेगा मजबूत

AMANI Air X TWS लॉन्च, 10 घंटे तक चलेंगे नॉन-स्टॉप, कम कीमत में बढ़िया साउंड क्वालिटी

Low Cost : AMANI Air X TWS लॉन्च, 10 घंटे तक चलेंगे नॉन-स्टॉप, कम कीमत में बढ़िया साउंड क्वालिटी

LIC के IPO में निवेश करना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द पूरा करें इन प्रक्रियाओं को

मौका : LIC के IPO में निवेश करना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द पूरा करें इन प्रक्रियाओं को

पेट्रोल, डीज़ल की कीमत में फिर से बढ़ोतरी, 100 से पार

सातवीं बार बढ़े दाम : पेट्रोल, डीज़ल की कीमत में फिर से बढ़ोतरी, 100 से पार

5जी स्पेक्ट्रम नीलामी को अंतिम रूप देने के लिए खुली चर्चा शुरू

परामर्श पत्र : 5जी स्पेक्ट्रम नीलामी को अंतिम रूप देने के लिए खुली चर्चा शुरू

चिप डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवाओं में अवसरों का लाभ उठाएगा भारत

केंद्रीय आईटी राज्‍यमंत्री ने कहा : चिप डिजाइन, इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवाओं में अवसरों का लाभ उठाएगा भारत

VIDEO POST

View All Videos
X