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आप टीचर विंग के अध्यक्ष बने डॉ. हंसराज ’सुमन’

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Monday, July 19, 2021 00:43 AM IST
आप टीचर विंग के अध्यक्ष बने डॉ. हंसराज ’सुमन’

नई दिल्ली, 18 जुलाई। आम आदमी पार्टी (आप) के शिक्षक संगठन दिल्ली टीचर्स एसोसिएशन (डीटीए) की एक मीटिंग ऑनलाइन रविवार को पूर्व अध्यक्ष व एकेडेमिक काउंसिल की सदस्य डॉ. आशा रानी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। संगठन की कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए डॉ. हंसराज सुमन को सर्वसम्मति से आप टीचर विंग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसके अलावा डॉ. राजेश राव (उपाध्यक्ष), डॉ. नरेंद्र कुमार पाण्डेय (महासचिव) डॉ. संगीता मित्तल (सचिव) और सुनील कुमार को कोषाध्यक्ष चुना गया। डॉ. सुमन की नियुक्ति की सूचना केबिनेट मंत्री और पार्टी के संगठन संयोजक गोपाल राय व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को दे दी जाएगी। इसके अतिरिक्त कार्यकारिणी में छह सदस्यों को रखा गया इनमें- डॉ. आशा रानी, डॉ. मनोज कुमार सिंह, डॉ. अनिल कुमार सिंह, डॉ. राजकुमार, चारू मित्तल असैा सुनील कुमार हैं।

नव नियुक्त अध्यक्ष डॉ. हंसराज सुमन दिल्ली विश्वविद्यालय से संबद्ध श्री अरबिंदो कॉलेज के हिंदी विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। ये पांच साल नॉन कॉलेजिएट सेंटर के प्रभारी रहे हैं। वर्ष - 2015-2017 और 2017-2019 तक दिल्ली विश्वविद्यालय की सर्वोच्च संस्था एकेडेमिक काउंसिल में सदस्य भी रह चुके हैं। इसके अलावा दिल्ली विश्वविद्यालय की अनेक कमेटियों में रहकर डॉ. सुमन ने अपने दायित्व का निर्वाह किया है। एडमिशन कमेटी, अपॉइंटमेंट्स और प्रमोशन कमेटी, मेडिकल कमेटी, फंक्शन कमेटी, सलेब्स कमेटी के अलावा डॉ. सुमन डीयू की टास्क फोर्स कमेटी के सदस्य रहे हैं। इन्हें राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षक सम्मान व अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है। इन्हें दिल्ली सरकार का डॉक्टर अम्बेडकर अवॉर्ड भी मिल चुका है।
डॉ. सुमन ने अपनी नियुक्ति पर कहा कि मुझ पर जो विश्वास किया गया है उसे कभी डगमगाने नहीं दूंगा, उनकी पहली प्राथमिकता शिक्षक हितों के लिए कार्य करना है। दिल्ली सरकार के अंतर्गत् आने वाले वित्त पोषित 28 कॉलेजों में शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति, पदोन्नति के अतिरिक्त, 20 से अधिक कॉलेजों में स्थायी प्रिंसिपलों और लाइब्रेरियन की नियुक्ति कराना उनकी पहली प्राथमिकता रहेगी। इसमें वे सरकार और विश्वविद्यालय का पूरा सहयोग करेंगे। डॉ. सुमन ने बताया कि उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली सरकार के अपने कॉलेजों में व्यवसायिक पाठ्यक्रमों का विस्तार करने की बात चल रही है। दिल्ली सरकार उच्च शिक्षा में दिल्ली के छात्रों का आरक्षण चाहती है। उनका कहना है कि दिल्ली में छात्रों के पंजीकरण के जो आंकड़े है वह लाखों में है, हर साल दिल्ली के लाखों छात्र एडमिशन के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन उन्हें एडमिशन नहीं मिलता। वे एडमिशन से वंचित रह जाते है, इसलिए हमारी सरकार की योजना है कि सभी को एडमिशन मिले ऐसी नीति बने, जो जल्द ही शुरू होगी।
डॉ. सुमन ने यह भी कहा है कि डीटीए की कार्यकारिणी के सदस्यों के साथ बैठकर भविष्य के लिए शिक्षकों, कर्मचारियों और छात्रों के हितों के लिए एजेंडा तैयार किया जाएगा। डीटीए से शोधार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों को जोड़ने और सरकार की नीतियों से परिचित कराने का कार्य किया जाएगा। वे डीटीए से शिक्षकों को जोड़ने के लिए कॉलेजों में सदस्यता अभियान चलाएंगे ताकि संगठन से ज्यादा से ज्यादा शिक्षक जुड़े ।
डीटीए के पूर्व सचिव प्रोफेसर मनोज कुमार सिंह ने डॉ. हंसराज को देते हुए कहा कि सुमन के अध्यक्ष बनने से संगठन को बल मिलेगा। इनके नेतृत्व में डीयू में डूटा चुनाव पहली बार लड़ा जाएगा। एससी/एसटी ,ओबीसी टीचर्स फोरम के महासचिव प्रोफेसर के.पी. सिंह ने डॉ. सुमन को बधाई देते हुए कहा कि प्रोफेसर हंसराज दिल्ली विश्वविद्यालय की समस्याओं से भली-भांति परिचित हैं, वे छात्र, शिक्षक और कर्मचारियों के मुद्दे पहले भी दिल्ली विश्वविद्यालय और केंद्र सरकार के समक्ष उठाते रहे हैं, लेकिन दिल्ली सरकार के शिक्षक संगठन का दायित्व मिलने पर उनकी जिम्मेदारी बढ़ जाएगी, अब विश्वविद्यालय संबंधी विभिन्न समस्याओं पर डॉ. सुमन ज्यादा सक्रिय होकर काम करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि फोरम के सदस्य सदैव उनके साथ है। अब इस नए प्लेटफार्म से हमारा फोरम छात्रों, शिक्षकों, कर्मचारियों की समस्याओं पर बेहतर ढंग से काम कर सकेगा।
एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्ष डॉ. आशा रानी ने संगठन की ओर से डॉ. सुमन को बधाई देते हुए कहा कि शिक्षकों की समस्याओं पर सदैव उनके साथ खड़े रहेंगे। उनका कहना था कि विश्वविद्यालय की समस्याओं के समाधान के लिए सहयोग करता रहेगा। उन्होंने बताया है लंबे समय से कॉलेजों में नॉन टीचिंग में नियुक्ति व पदोन्नति ना होने से कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। प्रोफेसर सुमन अब कर्मचारियों की समस्याओं को सरकार तक बेहतर तरीके से पहुंचाएंगे और कर्मचारी एसोसिएशन को यह उम्मीद है कि हमारी समस्याओं का यथाशीघ्र समाधान भी होगा।

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