धर्मशाला(कांगड़ा),06 मई। हिमाचल प्रदेश में जेओए के पेपर लीक के मामले के बाद अब पुलिस भर्ती की परीक्षा भी सवालों के घेरे में आ गई है। कांगड़ा पुलिस जांच में यह बड़ा खुलासा हुआ है। प्रारंभिक छानबीन में पता चला है कि 27 मार्च को हुई पुलिस भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्नपत्र पहले ही लीक कर दिया गया था। इस मामले में तीन अभ्यर्थियों को हिरासत में लिया गया है और उन्होंने पेपर खरीदे जाने की बात कबूल की है।
मिली जानकारी के अनुसार अब तक की जांच में पता चला है कि यह पेपर 3 अभ्यर्थियों ने 6 से 8 लाख रुपये देकर खरीदा और इन्हें प्रश्नों के टाइप्ड उत्तर भी मुहैया करवाए गए थे, जिन्हें रट कर आरोपित परीक्षा में 90 में से 70 अंकों के साथ पास हो गए। पुलिस को इन पर शक तब हुआ जब इनके दस्तावेज जांचे गए और इनके दसवीं की परीक्षा में औसत अंक पाए गए। अधिकारियों ने इसी से अंदाजा लगा लिया कि जिन्होंने दसवीं की परीक्षा में महज 50 फीसदी के करीब अंक हासिल किए हैं, वो इस प्रवेश परीक्षा में 78 फीसदी अंक कैसे हासिल करके होनहार अभ्यर्थियों को कैसे पछाड़ गए। इस पर जब इनसे सख्ती से पूछताछ हुई और इनका ज्ञान परखा गया तो वे पकड़े गए और उन्होंने पेपर लीक का बड़ा खुलासा करके पुलिस अधिकारियों को चौंका दिया।
फिलहाल अब तक की जांच में यह सामने आ रहा है कि पेपर किसी प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ है और इनका लींक हरियाणा और दिल्ली से है। वहीं पुलिस ने तीनों अभ्यर्थियों को पुलिस हिरासत में पूछताछ के बाद वीरवार देर शाम को इनके खिलाफ गगल पुलिस थाना में मामला दर्ज करके कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्द ही पेपरलीक करने के मास्टरमाइंड पुलिस के हत्थे चढ़ सकते हैं और इनके दबोचे जाने के बाद ही इस बात का खुलासा हो पाएगा कि उन्होंने पेपर किस-किस को बेचा है। वहीं इनके खुलासों के बाद ही परीक्षा को लेकर स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार पेपरलीक के मामले की पुष्टि एसपी कांगड़ा खुशहाल चंद शर्मा ने की है। उन्होंने इसकी जानकारी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और डीजीपी संजय कुंडू को वीरवार देर शाम को दी। वहीं आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें गठित करके हरियाणा और दिल्ली भेज दी गई हैं।
ज्ञात रहे कि हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबलों के 1334 पदों के लिए 27 मार्च को लिखित भर्ती परीक्षा हुई थी। इसका परिणाम 5 अप्रैल 2022 को घोषित हुआ। लिखित परीक्षा में कांस्टेबल पुरुष के पदों के लिए 60 हजार से अधिक और कांस्टेबल महिला पदों के लिए 14 हजार से अधिक उम्मीदवार शामिल हुए थे
हिमाचल प्रदेश में आरक्षी की भर्ती के लिए ली गई लिखित परीक्षा रद्द
हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का पर्चा लीक होने की पुष्टि होते ही आज प्रदेश सरकार ने पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द कर दी है। साथ ही इस मामले की जांच के लिए एसआईटी के गठन का ऐलान किया है।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां मीडिया के प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए कहा कि प्रदेश में 27 मार्च, 2022 को हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी की भर्ती के लिए सभी जिलों में आयोजित हुई लिखित परीक्षा को कुछ शंकाओं के कारण रद्द कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिला कांगड़ा के गग्गल पुलिस थाना में आईपीसी की धारा-420 और 120-बी के अन्तर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि सेंट्रल रेंज मण्डी के पुलिस उप-महानिरीक्षक मधु सूदन की अध्यक्षता में विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित कर पूरे मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रथम आईआर वाहिनी के कमांडेंट विमुक्त रंजन, साइबर क्राइम के पुलिस अधीक्षक रोहित मालपानी, कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक कुशाल चन्द शर्मा और क्राइम के पुलिस अधीक्षक वीरेन्द्र कालिया एसआईटी टीम के सदस्य हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दस्तावेजों के मूल्यांकन की प्रक्रिया तत्काल प्रभाव से रोक दी गई है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार भर्ती प्रक्रिया में निष्पक्षता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि आरक्षी की भर्ती के लिए अगली लिखित परीक्षा इस माह के अन्त में आयोजित की जाएगी ताकि अभ्यार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
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