बिलासपुर, 28 सितंबर। भारतीय प्रशासनीय सेवा परीक्षा, 2020 में 80वां स्थान प्राप्त करने वाले घुमारवीं के पडयालग गांव के ईशांत जसवाल को आज उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने शॉल व टोपी पहनाकर सम्मानित किया।
उपायुक्त ने कहा कि ईशांत जसवाल बिलासपुर जिला के ऐसे पहले उम्मीदवार है जिन्होंने सीधा भारतीय प्रशासनीय सेवा की परीक्षा पास की है। उन्होंने इस परीक्षा में अच्छा रैंक भी प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों को 24 वर्षीय ईशांत की सफलता से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने युवाओं से अपील की कि वे जीवन में उच्च लक्ष्य स्थापित करें तथा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत का रास्ता अपना कर सफलता पाएं। उन्होंने जिला के युवाओं के लिए प्रेरणा बने ईशांत जसवाल तथा उनके माता-पिता को इस उपलब्धी के लिए बधाई दी।
ईशांत ने आरम्भिक शिक्षा गांव के स्कूल में की है। वर्ष 2014-18 में एनआईटी हमीरपुर से मेकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की है। इसके पश्चात एक वर्ष तक दिल्ली में तेल तथा प्राकृतिक गैस की एक निजी कम्पनी में भी कार्य किया। इसके उपरांत माता-पिता की प्रेरणा से ईशांत ने भारतीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा के लिए वर्ष 2019 में तैयारी आरम्भ की। इसके लिए एक वर्ष तक दिल्ली में रहकर कोचिंग भी प्राप्त की। छह महीने की कोचिंग कोविड के दौरान ऑनलाईन ही ली।
ईशांत के माता-पिता ने प्रथम प्रयास में ही आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण करने पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त की। ईशांत के पिता होशियार सिंह एक पूर्व सैनिक है तथा वर्तमान में विद्युत बोर्ड पांवटा साहिब के गिरी नगर में कार्यरत है जबकि माता अंजना देवी एक गृहिणी है।
गुरु के त्याग को कभी नहीं भुलाया जा सकता: इशांत
माता-पिता के बाद गुरु ही विद्यार्थी का भविष्य बनाते हैं,गुरु के त्याग को कभी भी नहीं भुलाया जा सकता है यह बात इशांत जसवाल ने अपने स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में कही। इशांत जसवाल ने छठी से बाहरवीं तक की शिक्षा हिम सर्वोदय स्कूल में ग्रहण की है। आईएएस के लिए चयनित होने पर इशांत जसवाल का उनके स्कूल में पहुंचने पर ढोल नगाड़ों, पटाखों व फूल मालाओं से स्वागत किया गया। स्कूल प्रबंधक की तरफ से स्कूल निदेशिका नीलम महाजन ने प्रशांत को टोपी पहना कर सम्मानित किया।
स्कूल प्रधानाचार्य राजेश गर्ग ने बताया कि इशांत शुरू से ही पढ़ने में अव्वल थे तथा विद्यालय में सबसे अनुशासित विद्यार्थियों की लिस्ट में इशांत को जाना जाता था। विद्यालय में प्रवेश लेने के बाद दसवीं की परीक्षा में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और जमा दो में उन्होंने प्रदेश शिक्षा बोर्ड की मैरिट सूची में आ कर पूरे विद्यालय का मान बढ़ाया था। नीलम महाजन ने भी इशांत के प्रदर्शन पर उसे बधाई दी और कहा कि हिम सर्वोदय विद्यालय हमेशा ही बच्चो के सर्वागीनी विकास के लिए शिक्षा देता है। इशांत की कामयाबी के पीछे उसके कठिन परिश्रम व विद्यालय अध्यापकों की मेहनत है।
इशांत जसवाल ने स्कूल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के लिए विद्यालय का धन्यवाद किया। उन्होंने बताया कि उन्हें हमेशा ही विद्यालय में पढ़ाई के लिए पूरा योगदान मिला और अपने अध्यापकों की मेहनत के दम पर आज इस स्थान को हासिल कर सके हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें गर्व है कि हिम सर्वोदय विद्यालय से शिक्षा ग्रहण करके वह युवाओं में एक आइकॉन बने हैं। उन्होंने अन्य सभी विद्यार्थियों से कठिन परिश्रम करने और नशे से दूर रहने का आग्रह किया।
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