मंडी, 09 सितंबर। सरदार वल्लभभाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी के स्थाई परिसर के निर्माण के लिए मंडी में 200 बीघा जमीन तलाशी जा रही है। जिला प्रशासन को उपयुक्त जमीन देखने को कहा गया है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने दी। वे सरदार वल्लभभाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी के अस्थाई परिसर में स्थापित कम्प्यूटर प्रयोगशाला के उद्घाटन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार का इस ओर विशेष ध्यान है कि क्लस्टर विश्वविद्यालय का अपना अच्छा कैम्पस बने, यहां नये कोर्सेज चलाए जाएं ताकि बच्चों को लाभ हो। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी की हर समस्या के समाधान के लिए प्रतिबद्ध हैं। क्लस्टर विश्वविद्यालय को पूर्ण विकसित विश्वविद्यालय के तौर पर आगे बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इस विश्वविद्यालय के तहत 4 कॉलेज मंडी, बासा, सुंदरनगर और नारला लिए गए हैं।मंडी, बासा और सुंदरनगर कॉलेज में निर्माण सम्बंधी 90 फीसदी काम पूरा कर लिया गया है। नारला को हालांकि बाद में शामिल किया गया लेकिन यहां भी लगभग 50 फीसदी काम किया जा चुका है। इसी महीने रूसा के तहत ग्रांट उपलब्ध होगी, जिससे काम को और गति मिलेगी।
खुशहाल बनें शिक्षण संस्थान
शिक्षा मंत्री ने खुशहाली से भरी शिक्षा व्यवस्था की वकालत करते हुए हैप्पी स्कूल, हैप्पी कॉलेज और हैप्पी विश्वविद्यालय बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा ऐसी होनी चाहिए जो जीवन को खुशहाल बनाए। इसमें शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। गोविंद ठाकुर ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति देश में अच्छे इंसानों के निर्माण को समर्पित है। इससे भारत शिक्षा क्षेत्र में महाशक्ति बनेगा। उन्होंने कहा कि ये जरूरी है कि अच्छी शिक्षा लेकर बच्चे सच्चे राष्ट्रभक्त बनें। उन्होंने क्लस्टर विश्वविद्यालय के तेज विकास में महत्वपूर्ण योगदान के लिए उपकुलपति प्रो. सी.एल.चंदन और उनकी पूरी टीम की सराहना की।
गोविंद ठाकुर ने कोरोनाकाल में ऑनलाइन शिक्षा के जरिए बच्चों की मदद करने के साथ साथ सामाजिक दायित्व निर्वहन में भी अग्रणी रहने पर विश्वविद्यालय के शिक्षकों और विद्यार्थियों की तारीफ की। विशेषतौर पर कोविड के संकट में कोरोना से दुखद मृत्यु के मामलों में मृतकों के शवों का दाह संस्कार करने वाले एबीवीपी के सदस्यों की पीठ थपथपाई। उन्होंने कहा कि हिमाचल, राज्य की पात्र आबादी को कोरोना के टीके की पहली डोज देने के शत प्रतिशत लक्ष्य को हासिल करने में देश में अव्वल रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल सरकार और सभी जागरूक हिमाचलवासियों की सराहना की है। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे कोविड के टीके की दूसरी डोज देने में भी सबसे पहले 100 फीसदी लक्ष्य को हासिल करने की मुहिम में एम्बेसडर की भूमिका निभाएं।
इस अवसर पर सरदार वल्लभ भाई पटेल क्लस्टर विश्वविद्यालय मंडी के उपकुलपति प्रो. सी.एल चंदन ने शिक्षा मंत्री का कम्प्यूटर प्रयोगशाला का उद्घाटन करने के लिए आभार जताया और विश्वविद्यालय की विकास यात्रा का ब्योरा दिया। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में विश्वविद्यालय में अनुवाद सहित अन्य कई कोर्स शुरु किए जाने की दिशा में काम किया जा रहा है । उन्होंने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की शिक्षण और सामाजिक-सांस्कृतिक क्षेत्र की उपलब्धियों की जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर और शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर की प्रतिबद्धता से हिमाचल देश के उन राज्यों में अग्रणी है जो नई शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन को लेकर कार्यबल गठित आगे बढ़े हैं। शिक्षा में हिमाचल का भविष्य उज्ज्वल है। उपकुलपति की सचिव प्रो. अनुपमा सिंह ने शिक्षा मंत्री का स्वागत करते हुए अपने विचार रखे। कुल सचिव अमर सिंह नेगी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के अध्ययन अधिष्ठाता प्रो.दीपक पठानिया, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ संजय नारंग,वल्लभ डिग्री कॉलेज के प्रिंसीपल डॉ. वाई पी शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष रणवीर सिंह सहित क्लस्टर विश्वविद्यालय का स्टाफ और विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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