धर्मशाला(कांगड़ा), 06 अक्तूबर। शरद नवरात्रों के दौरान हिमाचल प्रदेश के शक्तिपीठ प्रातः चार बजे से रात्रि दस बजे तक दर्शनों के लिए खुले रहेंगे। यह जानकारी देते हुए उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने बताया कि मंदिरों में श्रद्धालुओं को कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी है। इसके साथ ही संबंधित उपमंडलाधिकारियों तथा उप पुलिस अधीक्षकों को श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग के लिए भी उचित कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने बताया कि आरती के समय मंदिर में श्रद्धालुओं को प्रवेश वर्जित रहेगा। मंदिर में भजन, कीर्तन, जागरण पर पूर्णतय रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि हवन इत्यादि के लिए सामाजिक दूरी के साथ साथ कोविड प्रोटोकॉल की अनुपालना सुनिश्चित करना जरूरी होगा इसके साथ ही हवन में सम्मलित होने वाले श्रद्धालुओं को कोविड वैक्सीन की डबल डोज का प्रमाण पत्र देना जरूरी होगा।
उपायुक्त डॉ. निपुण जिंदल ने कहा कि शारदीय नवरात्रों के दौरान मंदिर परिसर में मेडिकल हेल्प डेस्क भी स्थापित किया जाएगा ताकि कोविड प्रोटोकॉल के साथ साथ श्रद्वालुओं के लिए उपचार की सुविधा दी जा सके।
ज्ञात रहे कि हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में माता बज्रेश्वरी देवी(नगरकोट), मां ज्वाला जी, चामुंडा देवी, मां बगलामुखी, जिला ऊना के तहत मां चिंतपूर्णी जी(छिन्नमस्तिका) और जिला बिलासपुर के तहत मां न्यनादेवी जी के शक्तिपीठ विद्यमान हैं।
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