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कृषि उत्पादन संरक्षण योजना के तहत 2021-22 में 8.29 करोड़ खर्च, धर्मशाला में बागवानी प्रदर्शनी

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Friday, March 25, 2022 20:32 PM IST
कृषि उत्पादन संरक्षण योजना के तहत 2021-22 में 8.29 करोड़ खर्च, धर्मशाला में बागवानी प्रदर्शनी

शिमला,25 मार्च। कृषि विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि प्रदेश सरकार विभाग के माध्यम से किसानों को विभिन्न योजनाओं के सभी लाभ समयबद्ध उपलब्ध करवा रही है। उन्होंने कहा कि कृषि उपकरणों, एंटी हेल नेट, टिल्लर इत्यादि पर अनुदान पात्र किसानों को प्रदान किया जा रहा है।

 

कृषि उत्पादन संरक्षण योजना के अन्तर्गत फसलों को ओलावृष्टि से बचाने के लिए राज्य सरकार द्वारा किसानों को एंटी हेल नेट्स की खरीद पर 80 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जा रहा है। वर्ष 2021-22 में इस योजना के अन्तर्गत अभी तक 8 करोड़ 29 लाख रुपये व्यय कर विभिन्न जिलों के 2,395 किसानों को लाभान्वित किया गया है तथा 39 लाख 24 हजार 589 वर्ग मीटर क्षेत्र इसके अन्तर्गत लाया गया है। जिन किसानों को एंटी हेल नेट खरीद की स्वीकृति दी गई है, उन्हें अनुदान राशि का भुगतान कर दिया गया है। योजना के अन्तर्गत लम्बित मामलों का प्राथमिकता के आधार पर निपटान किया जा रहा है।

 

प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में राज्य कृषि यंत्रीकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत पहाड़ी खेती के मशीनीकरण के लिए किसानों को बड़े स्तर पर पावर टिल्लर व अन्य कृषि उपकरण उपदान पर उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए इसमें 15 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।

 

उन्होंने कहा कि कृषि विभाग प्रदेश सरकार द्वारा अधिसूचित अनाज तथा सब्जियों की फसलों को होने वाले नुकसान की भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और नवीनीकरण मौसम आधारित फसल बीमा योजना कार्यान्वित कर रहा है। प्राकृतिक आपदा से फसलों को होने वाले नुकसान का तुरंत मुआवजा देने के लिए प्रभावी कदम उठाए गए हैं। कृषि विभाग द्वारा खरीफ 2016 मौसम से रबी 2020-21 मौसम तक 3,82,777 किसानों को 74.20 करोड़ रुपये के दावों का भुगतान करके लाभान्वित किया जा चुका है।

 

उन्होंने कहा कि खाद, बीज, कीटनाशक, फफूंदनाशक दवाओं पर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अनुदान प्रदान किया जा रहा है। किसानों की मांगों को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा वर्ष 2022-23 में गेहूं और मक्की के बजट में बढ़ोतरी की गई है।वर्ष 2020-21 में भी विभाग द्वारा किसानों को मक्की बीज निर्धारित दरों पर उपलब्ध करवाया गया। केन्द्र प्रायोजित योजनाओं के अन्तर्गत मक्का पर 40 रुपये व गेहूं पर 16 रुपये प्रति किलोग्राम या 50 प्रतिशत की दर से किसानों को अनुदान उपलब्ध करवाया जा रहा है। विभाग द्वारा किसानों को उत्तम किस्म का बीज उपलब्ध करवाया जा रहा है। केन्द्र प्रायोजित योजनाओं के अन्तर्गत विभाग फफूंदनाशक व कीटनाशक पर 50 प्रतिशत अनुदान उपलब्ध करवा रहा है। वर्ष 2021-22 में विभाग द्वारा 17.87 मीट्रिक टन फफूंदनाशक तथा 5.74 मीट्रिक टन कीटनाशक किसानों को इन योजनाओं के अन्तर्गत अनुदान पर उपलब्ध करवाया गया।

 

उपायुक्त ने किया बागवानी विभाग की प्रदर्शनी का शुभारम्भ

धर्मशाला सरस मेले के दौरान उद्यान विभाग द्वारा आज बागवानी के अंतर्गत प्रर्दशनी का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ उपायुक्त डॉ. निपुण जिन्दल ने किया। उन्होंने कहा कि कृषि व बागवानी हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है, क्योंकि प्रदेश की 90 प्रतिशत आबादी गांव में बसती है, जिसका मुख्य व्यवसाय कृषि व बागवानी है। बागवानी, कृषि का विशेष क्षेत्र है जो न केवल हमें पौष्टिक खाद्य उत्पाद प्रदान करता है बल्कि किसानों की आय को अनाज वाली फसलों की अपेक्षा कई गुणा बढ़ा सकता है। इस क्षेत्र को सुदृढ़ करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा कई योजनाएं व परियोजनाएं चलाई जा रही हैं, जिससे स्वरोजगार के अवसर बढे़ हैं।

इससे पहले उप निदेशक, डॉ. कमलशील नेगी ने उपायुक्त का स्वागत किया तथा प्रदर्शनी बारे विस्तृत जानकारी दी।

उन्होंने अवगत करवाया कि जिले में पिछले 4 वर्षों से विभाग द्वारा सोलह ऐसी योजनाएं कार्यान्वित की हैं, जिसके अंतर्गत लगभग 24 करोड़ की सहायता राशि प्रदान कर 33 हजार किसानों/बागवानों को लाभान्वित किया है। इनमें मुख्यतः एकीकृत बागवानी मिशन, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना,बागवानी यंत्रीकरण, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, हिमाचल पुष्प क्रांति योजना, हिमाचल खुम्ब विकास योजना, मुख्य मंत्री मधु विकास योजना, मुख्यमंत्री कीवी प्रोत्साहन योजना, मुख्यमंत्री हरित गृह नवीनीकरण योजना, एंटी हेल नेट, एच0पी0शिवा व एच0पी0-एच0डी0पी0 इत्यादि योजनायें शामिल है।

प्रर्दशनी में विभिन्न योजनाओं को दर्शाया गया जिसमें मुख्यतः एच0पी0शिवा परियोजना का मॉडल काफी सराहा गया। प्रदर्शनी में फूलों में कारनेशन, जिपसोफिला, आर्किड, जरबेरा व बान्साई लोगो में आकर्षण के केन्द्र थे। प्रदर्शनी देखने में लोगो ने काफी रूची दिखाई व विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी हासिल की।

इस प्रदर्शनी में उद्यान विभाग की अधिकारी व  कर्मचारियों  ने भाग लिया जिसमें डा0 सरिता शर्मा, विषय वस्तु विशेषज्ञ, डा0 विवेक गर्ग, डा0 नीरज शर्मा, डा0 अनिल ठाकुर, डा0 संगीता कौशल, डा0 हरविन्द्र कौर, उद्यान विकास अधिकारी, लेख राज धीमान, सहायक उद्यान विकास अधिकारी, कपूर चन्द, विजय कुमार, चंचला देवी, कुशल देव तथा कुमारी अक्षिमा, उद्यान प्रसार अधिकारी भी मौजूद थे।

 

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