लाहौर, 15 मार्च। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को गिरफ्तार करने में पुलिस का पसीना छूट गया है। इमरान के समर्थकों ने इमरान को गिरफ्तार करने आई पुलिस को कड़ी टक्कर देते हुए लाहौर के जमान पार्क इलाके को जंग के मैदान में बदल दिया। इस झड़प के बाद सड़कों पर आंसू गैस के गोले, जले हुए टायर और वाहन का मलबा बिखरा पड़ा नजर आ रहा है। इसमें दर्जनों पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।
इंडिया टुडे की एक खबर के मुताबिक पुलिस ने टीयर गैस के गोले इमरान के घर में फेंके तो पूर्व पीएम मॉस्क पहनकर बाहर निकले। वो लोगों से बात करते दिखे। उधर लाहौर की एक कोर्ट ने पुलिस और इमरान खान के समर्थकों के बीच लड़ाई जैसे हालात देखकर आदेश दिया कि उनको गिरफ्तार न किया जाए।
पाकिस्तान पुलिस तोशाखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी होने के बाद बख्तरबंद वाहनों के साथ उनके लाहौर स्थित घर से गिरफ्तार करने के लिए पहुंची थी। इमरान खान पर प्रधानमंत्री रहने के दौरान मिले उपहारों को तोशाखाना से कम दाम पर खरीदने और मुनाफे के लिए बेचने के आरोप हैं। इमरान ने बुधवार को ट्वीट किया कि गिरफ्तारी’ का दावा महज नाटक है, क्योंकि असली मंशा तो अपहरण और हत्या करने की है।
तोशाखाना मामले में इमरान खान की गिरफ्तारी के लिए उनके आवास पहुंची पुलिस ने वहां जमा प्रदर्शनकारियों को पीछे खदेड़ा। हालात बिगड़ने का अंदेशा होने पर खान सहित पीटीआई के विभिन्न नेताओं ने पार्टी कार्यकर्ताओं से जमान पार्क में जुटने की अपील की, जहां उन्होंने मानव ढाल का काम किया। लोग इमरान खान के आवास और पुलिस के बीच खड़े हो गए। पुलिस कर्मियों ने आंसू गैस के गोले छोड़े, लेकिन उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा और पीटीआई कार्यकर्ता वहीं डटे रहे।
इमरान खान ने कहा कि मंगलवार सुबह से उनके कार्यकर्ताओं और नेतृत्व को आंसू गैस, रासायनिक पानी की बौछारों, रबर की गोलियों और पुलिस की गोलियों के हमले का सामना करना पड़ रहा है। अब यहां रेंजर्स आ गए हैं। अब उनके साथ लोगों का सीधा टकराव होगा। उन्होंने कहा कि तटस्थ होने का दावा करने वाले प्रशासन से उनका सवाल है कि क्या यही उनकी तटस्थता है। रेंजर्स का सीधे-सीधे निहत्थे प्रदर्शनकारियों और सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के नेतृत्व से सामना हो रहा है, क्योंकि उनके नेता के खिलाफ एक अवैध वारंट जारी किया गया है।