शिमला,16 मार्च। हिमाचल प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र का तीसरा दिन भी हंगामापूर्ण रहा। आज विपक्षी भाजपा विधायक दल ने विधानसभा में प्रवेश करते ही भाजपा कार्यकाल में खोले गए संस्थानों को बंद करने के मुद्दे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में भाजपा विधायकदल ने जंजीर और ताले लेकर प्रदर्शन की शुरुआत की। इसके बाद सदन में भी इस मुदद्दे पर नारेबाजी करते हुए वॉकआउट किया। इस दौरान मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर नारेबाजी हुई और सीएम कार्यालय में जाने को लेकर सत्तापक्ष के विधायकों से धक्कामुक्की हुई।
इसके बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हिमाचल विधानसभा की अपनी गरिमा रही है, मगर विपक्षी विधायक लोहे की चेन लेकर विधानसभा पहुंचे, जो गंभीर मसला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार विपक्ष की बात सुनने के लिए तैयार है, मगर विपक्ष ने आज बिना नोटिस के वॉकआउट किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि विपक्ष का रवैया सही नहीं है। उन्होंने कहा कि विपक्ष का विरोध करने का हक है, लेकिन उसे एक जिम्मेदार विपक्ष की भूमिका निभानी चाहिए।
मुख्यमंत्री कहा कि सरकार विपक्ष की बात सुनने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि उनके किसी भी विधायक ने धक्का-मुक्की नहीं की है। वहीं आज पेश किए गए आर्थिक सर्वे में हिमाचल की विकास दर गिरने को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पिछली सरकार के कुप्रबंधन का ही परिणाम है। पूर्व सरकार ने जनता के धन को लूटा है।
उधर, विधानसभा वाटर सेट बिल पास होने को उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि इस बारे में जो भी चिंता है, हम उनका निवारण करेंगे। हिमाचल 172 विद्युत परियोजनाओं पर वाटर सेस लगाएगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि वाटर सेस लगाने का मसला पिछले 50 सालों से लंबित था, लेकिन आज तक किसी ने इसकी इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इच्छाशक्ति दिखाकर वाटर सेस लागू किया है। उन्होंने इसके लिए राज्यपाल, मुख्यमंत्री के साथ-साथ विपक्ष का भी आभार जताया।
अग्निहोत्री ने कहा कि इस बारे में जो भी चिंताएं हैं उस पर हम बातचीत करने के लिए तैयार हैं। पानी राज्य का क्षेत्राधिकार है। वाटर सेस हिमाचल की सीमा के अंदर बहने वाले पानी और यहां के प्रोजेक्ट पर ही लगेगा। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि जल शक्ति विभाग ने आय बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। अन्य सभी विभागों को भी इस तरह कदम उठाने चाहिए, क्योंकि आज हिमाचल 75 हजार करोड़ का कर्ज है। इसके अलावा 11000 करोड़ के आसपास की देनदारियां हैं।
मुकेश अग्निहोत्री ने विपक्ष ने बिना कोई नोटिस वॉकआउट को गलत बताते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपनी सरकार बचाने के लिए 900 से ज्यादा संस्थान खोले, लेकिन सरकार नहीं बचा पाए। इस तरह संस्थान खोलने के लिए जयराम ठाकुर को सदन से माफी मांगनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि कोई सरकार को डिक्टेट नहीं कर सकता। सरकार अपने विवेक से काम करेगी। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि विपक्ष का सफर लंबा है जो काटे नहीं काटा जाएगा इसीलिए शांति बनाए रखें।
भाजपा विधायक दल जोरदार प्रदर्शन
आज बजट सत्र के तीसरे दिन भी विपक्ष ने सदन के बाहर और अंदर हंगामा किया। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने सदन के भीतर संस्थानों को बंद करने के विरोध में नारेबाजी शुरू कर दी और सत्तापक्ष पर विपक्ष की आवाज दबाने के आरोप लगाए और सदन की कार्यवाही से वॉकआउट कर दिया। नेता विपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जब उनके कमरे के बाहर पहुंचा तो सत्तापक्ष के विधायकों ने गुंडागर्दी करते हुए भाजपा के विधायकों से धक्का मुक्की की और मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया।
उन्होंने कहा कि सरकार ने बिना सोचे समझे 600 से अधिक संस्थानों को बंद कर दिया है, जिसके खिलाफ विपक्ष सदन के बाहर और अंदर आवाज उठा रहा है, लेकिन सरकार विपक्ष की आवाज दबा रही है। इस पर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया है। उन्होंने कहा कि संस्थानों को बंद करने को लेकर जनता में खासा रोष है और लोग भी विपक्ष के साथ विरोध के लिए आना चाह रहे हैं।
जयराम ठाकुर ने कहा कि विपक्ष केवल मुख्यमंत्री से बात करना चाह रहा था कि सरकार दोबारा से संस्थानों को खोलने पर विचार करे, लेकिन कांग्रेस विधायक ने उनके साथ धक्का मुक्की की, जबकि विपक्ष के विधायक बात करना चाह रहे हैं, मगर सत्तापक्ष विपक्ष की आवाज दबा रहा है। उन्होंने कहा कि बंद संस्थानों को जब तक नहीं खोला जाता है तब तक विरोध जारी रहेगा।
तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी विधायक दल ने सदन के बाहर जोरदार प्रदर्शन करते हुए नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अगुवाई में बीजेपी विधायक ताला और जंजीर लेकर विधानसभा पहुंचे। इस दौरान विधायकों ने सदन के बाहर जमकर नारेबाजी की। बीजेपी विधायक दल के नेता जयराम ठाकुर ने सुक्खू सरकार को ताले वाली सरकार करार दिया और इसके बाद बीजेपी विधायकों ने विधानसभा में मुख्यमंत्री के कार्यालय के बाहर भी जमकर नारेबाजी की।
जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार बनने के बाद से सिर्फ और सिर्फ ताला लगाने का काम किया जा रहा है। सदन की कार्यवाही के दूसरे दिन नियम 67 के तहत चर्चा हुई, मगर इसमें मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बिना तथ्यों के जवाब दिया और बातों को घुमाने की कोशिश की। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि संस्थान बंद करने के खिलाफ बीजेपी विधायक दल चुप नहीं बैठेगा और लगातार जनता की आवाज उठाएगा।