नवरात्र के इन पावन दिनों में साधकों और पाठकों के कई बार आग्रह आता है कि हमें कुछ आसान सा प्रयोग बताईये, जिससे हमें इन मंत्रों का लाभ मिल सके तो आज मॉं दक्षिण महाकाली के बीज मंत्र का आसान से प्रयोग बता रहा हूं। इसके प्रयोग से आप स्वतः अनुभव करेंगे की हमारी महान सनातन संस्कृति में हमारे ऋषियों ने हमें विरासत में काफी कुछ दिया है। जरूरत है उसके सही प्रयोग की, आवश्यकता है कोई जानकार की, जो हमें इसके बारे में बता सके।
आईये मैं आपको इसी क्रम में माता महाकाली के बीज मंत्र के विषय में कुछ जानकारी देता हूं, जिसे मैंने अपने गुरू स्वामी निखिलेश्वरानंद जी से प्राप्त किया था और इन प्रयोगों को अपने जीवन में कई बार अनुभव किया है और आवश्कतानुसार मेरे सानिध्य में आये जरूरत मंदों को इसका प्रयोग बताता भी हूं। इससे जीवन में अर्जित इस ज्ञान का समाज के सभी वर्गों को लाभ मिलेगा।
सामान्यतः जीवन में कई परेशानी आती ही है, जिससे मन में तनाव हो जाता है। तनाव या परेशानी इस बात से नहीं होती कि परेशानी आई है। तनाव इस बात से होता है कि उसके समाधान का मार्ग क्या है।
जैसे आपके परिवार के किसी व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो इस बात का तनाव नहीं होता कि स्वास्थ्य खराब हो गया तनाव या परेशानी इस बात से होती है कि ये ठीक होगा या नही होगा, लड़की की शादी होगी की नहीं होगी? होगी तो कब होगी? हो नई रही है ये टेंशन है। उसे पता तो है कि शादी होगी मगर कब होगी इसलिये तनाव है। यह चिंता है निश्चिंतता नहीं है और यह मंत्र उस समास्या का समाधन नहीं करता है परन्तु मंत्र आपके मानसिक तनाव को दूर कर सकता है और यह बता सकता है कि किस प्रकार से इस समस्या का समाधान हो सकता है।
ऐसी ही स्थिति में जब भी आप परेशान हों टेंशन में हों, कोई मार्ग नहीं दिख रहा हो तो आप प्रातःकाल सुबह उठकर स्नान कर या दिन या रात में कभी भी जब आप टेंशन में हो इस दिए गए मंत्र को 5 मिनट मन ही मन जाप कर लीजिए इस मंत्र के जप से आप देखेंगे कि आपको उस परेशानी का समाधान
मिल गया और आपका तनाव खत्म हो गया है।
कुछ ही दिनों के अभ्यास से आप पूर्ण रूप से इसमें अभस्यत हो जाएंगे और कुछ भी समाधान चाहिए इस प्रयोग को कर लीजिए।
यह ब्रह्मांड का सर्वशक्तिशाली मंत्र है। मंत्र छोटा सा है पर इस इसका असर बहुत ही तीव्र होता है।
दक्षिण काली का मंत्र:
विधि: धीरे धीरे मंद स्वर में इस मंत्र का जप 5 मिनट से 10 मिनट कीजिए। अन्य किसी विधि की आवश्यकता नहीं।
विशेष: इस प्रयोग को किसी के अनिष्ट के लिए नहीं करना चाहिए। स्व उत्थान के लिए या जगकल्याण के लिए उपयोग करना चाहिए। यदि कोई साधक इस बीज मंत्र को सवा लाख बार जप कर लेता है तो उसे यह मंत्र सिद्ध हो जाता है और फिर इस मंत्र के प्रयोग से स्वयं और अन्य लोगों को लाभ अर्जित करा सकता है।
( अगर आपकी स्मरण शक्ति कम है कुछ याद नहीं रहता। बालक पढ़ता तो है मगर उसे याद नहीं रहता है तो इस मंत्र के जप से स्मरण शक्ति बढ़ जाती है)
-स्वामी श्रेयानन्द महाराज (सनातन साधक परिवार) मो. 9752626564