- उत्तराखंड राज्य आंदोलन पर डा. अर्चना डिमरी ने लिखी है पुस्तक
- उत्तराखंड आंदोलन - अहिंसात्मक जनांदोलन
डा. अर्चना डिमरी एक उदयीमान लेखिका है। इतिहास की प्रवक्ता है लेकिन सरकारी नहीं। गुरुकुल में पढ़ाती हैं। सरकार ने उसे परीक्षा में टॉपर होते हुए भी मूल निवास प्रमाणपत्र न होने पर नौकरी नहीं दी। गजब हाल हैं। यह पुस्तक बेहतरीन है और उत्तराखंड राज्य आंदोलन का दस्तावेज है। हमारी नई और भावी पीढ़ी को इस पुस्तक से जानकारी मिलेगी कि इस राज्य के गठन के लिए हमने क्या खोया? क्या संघर्ष किया और कैसे राज्य हासिल किया। डा. अर्चना की सोच देखिए, उसकी पहली पुस्तक है और चाहती तो किसी मंत्री या नेता से इसका लोकार्पण करवा सकती थी, लेकिन उसने पुस्तक के लोकार्पण के लिए दो अक्टूबर का दिन और जगह देहरादून स्थित कचहरी परिसर का शहीद स्थल चुनी।
पुस्तक की कीमत 500 रुपये रखी गई है, जबकि दस्तावेज के तौर पर इसका मूल्य कम से कम एक हजार होना चाहिए था। मैं यह भी जानता हूं कि कुछ साथियों को यह पुस्तक महंगी लगेगी लेकिन मेरा अनुरोध है कि दस्तावेज इतना सस्ता नहीं होता। पुस्तक निश्चित तौर पर ज्ञानवर्द्धक ही नहीं तथ्यात्मक शोध है। युवा लेखिका अर्चना की पहली पुस्तक है। उसका मनोबल बढ़ाने के लिए पुस्तक खरीदना जरूरी है ताकि तथ्यपरक और शोध के लिए उसे प्रोत्साहन मिले। आप इस पुस्तक के लिए विजय जुयाल जी के मोबाइल नंबर 9411326181 पर संपर्क कर सकते हैं।
[वरिष्ठ पत्रकार गुणानंद जखमोला की फेसबुक वॉल से साभार]
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