Thursday, April 25, 2024
BREAKING
खुलकर सामने आ रहे हैं कांग्रेस के आमजन विरोधी इरादे : जयराम ठाकुर कांगड़ा बाईपास पर राजीव की फूड वैन देख रुके सीएम सुक्‍खू शिमला में चार साल की मासूम से दुष्‍कर्म चंबा फ़र्स्ट के लिए मोदी ने चंबा को आकांक्षी ज़िला बनाया : जयराम ठाकुर बिकाऊ विधायक धनबल से नहीं जीत सकते उपचुनाव : कांग्रेस तीन हजार रिश्‍वत लेते रंगे हाथों दबोचा एएसआई 23 वर्षीय युवती ने फंदा लगाकर की आत्‍महत्‍या सरकार उठाएगी पीड़ित बिटिया के इलाज का पूरा खर्च: मुख्यमंत्री युवक ने दिनदिहाड़े छात्रा पर किए दराट के एक दर्जन वार, हालत गंभीर पीजीआई रेफर राज्य सरकार के प्रयासों से शिंकुला टनल को मिली एफसीए क्लीयरेंस: सीएम
 

राज्यपाल को गुरमीत बेदी ने अपनी साहित्यिक कृतियां भेंट की

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Thursday, September 23, 2021 17:36 PM IST
राज्यपाल को गुरमीत बेदी ने अपनी साहित्यिक कृतियां भेंट की

शिमला, 23 सितंबर। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को गत सायं चंडीगढ़ में हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक एवं कवि गुरमीत बेदी ने अपनी साहित्यिक कृतियां भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने लेखक के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार साहित्य, कला, संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश में लेखकों व कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक मंच प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रदेश के लेखक व साहित्यकार निरंतर सृजनात्मक कार्य कर रहे हैं।

 

राज्यपाल ने गुरमीत बेदी द्वारा साहित्य की हर विधा में लेखन करके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार हासिल करने के लिए उन्हें बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी अपनी लेखनी से साहित्य जगत को समृद्ध करते रहेंगे। हिमाचल साहित्य अकादमी से पुरस्कृत गुरमीत बेदी ने अपने 38 साल के लेखकीय सफर में 3 उपन्यास, 2 कहानी संग्रह, 2 कविता संग्रह, 3 व्यंग्य संग्रह व 2 शोध पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने कई साहित्यिक पुस्तकों व पत्रिकाओं का संपादन भी किया है। उनकी पुस्तकें विश्व पुस्तक मेले का हिस्सा भी बन चुकी हैं। उनके कविता संग्रह ‘मेरी ही कोई आकृति’ व कहानी संग्रह ‘सूखे पत्तों का राग’ का जर्मन भाषा  में अनुवाद हुआ है। गुरमीत बेदी जर्मनी व मॉरीशस में आयोजित वर्ल्‍ड पोएट्री फेस्टिवल में भी भाग ले चुके हैं और उन्हें देश-विदेश के कई प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

 

गुरमीत बेदी के पहले  कविता संग्रह ‘मौसम का तकाजा’ के लिए  उन्हें  हिमाचल साहित्य अकादमी अवार्ड व कहानी संग्रह ‘कुहासे में एक चेहरा’ के लिए पंजाब कला साहित्य अकादमी अवार्ड भी मिल चुका है। गुरमीत बेदी को व्यंग्य लेखन के लिए कनाडा का विरसा अवार्ड और प्रतिष्ठित ‘व्यंग्य यात्रा’ सम्मान भी मिला है।  दिल्ली के हिंदी भवन में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। गुरमीत बेदी के उपन्यास ‘खिला रहेगा इंद्रधनुष’ पर एक टेलीफिल्म भी बन रही है।           

अंतरराष्‍ट्रीय साहित्य महोत्सव का आयोजन शिमला में 16 से 18 जून तक

प्रवेश होगा निशुल्‍क : अंतरराष्‍ट्रीय साहित्य महोत्सव का आयोजन शिमला में 16 से 18 जून तक

मुख्यमंत्री ने कविता संग्रह हाशिये वाली जगह का विमोचन किया

हिमतरू प्रकाशन : मुख्यमंत्री ने कविता संग्रह हाशिये वाली जगह का विमोचन किया

सब खुश थे सुनकर जंग की बातें, मगर इधर पहरों मुंह में निवाला नहीं गया...

कवियों ने किया साहित्य उत्सव सराबोर : सब खुश थे सुनकर जंग की बातें, मगर इधर पहरों मुंह में निवाला नहीं गया...

साहित्य उत्सव शुरू, देश के वरिष्ठ साहित्यकारों से सीधा संवाद

दलाईलामा ने भेजा संदेश : साहित्य उत्सव शुरू, देश के वरिष्ठ साहित्यकारों से सीधा संवाद

कितने मशहूर हो गये हो क्या, खुद से भी दूर हो गये हो...

कवि साम्‍मेलन आयोजित : कितने मशहूर हो गये हो क्या, खुद से भी दूर हो गये हो...

मल्लिका नड्डा ने पद्मश्री के लिए ललिता और विद्यानंद को बधाई दी

सम्‍मान : मल्लिका नड्डा ने पद्मश्री के लिए ललिता और विद्यानंद को बधाई दी

सोची-समझी साजिश के तहत विकृत किया गया भारतीय इतिहास: धूमल

राष्ट्रीय परिसंवाद एवं वेबीनार : सोची-समझी साजिश के तहत विकृत किया गया भारतीय इतिहास: धूमल

युवा पीढ़ी को उपलब्‍ध करवाई जाए ऐतिहासिक घटनाओं की सही डॉक्यूमेंटेशन:राज्यपाल

नेरी शोध संस्‍थान में परिसंवाद : युवा पीढ़ी को उपलब्‍ध करवाई जाए ऐतिहासिक घटनाओं की सही डॉक्यूमेंटेशन:राज्यपाल

VIDEO POST

View All Videos
X