Friday, April 26, 2024
BREAKING
बहसबाजी के बाद पुत्र ने पिता पर पेट्रोल छिड़क कर लगा दी आग, गंभीर जनता की भावनाओं का सौदा करने वालों को ना बख्शें: मुख्यमंत्री खुलकर सामने आ रहे हैं कांग्रेस के आमजन विरोधी इरादे : जयराम ठाकुर कांगड़ा बाईपास पर राजीव की फूड वैन देख रुके सीएम सुक्‍खू शिमला में चार साल की मासूम से दुष्‍कर्म चंबा फ़र्स्ट के लिए मोदी ने चंबा को आकांक्षी ज़िला बनाया : जयराम ठाकुर बिकाऊ विधायक धनबल से नहीं जीत सकते उपचुनाव : कांग्रेस तीन हजार रिश्‍वत लेते रंगे हाथों दबोचा एएसआई 23 वर्षीय युवती ने फंदा लगाकर की आत्‍महत्‍या सरकार उठाएगी पीड़ित बिटिया के इलाज का पूरा खर्च: मुख्यमंत्री
 

हरक्‍यूलिस प्‍लेन में एनएच-925 पर सैन्‍य अफसरों समेत उतरे राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी, ईएलएफ का उद्घाटन किया

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Thursday, September 09, 2021 16:57 PM IST
हरक्‍यूलिस प्‍लेन में एनएच-925 पर सैन्‍य अफसरों समेत उतरे राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी, ईएलएफ का उद्घाटन किया

बाड़मेर(राजस्थान), 09 सितंबर। केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने राजस्थान के बाड़मेर के सत्ता-गंधव खंड में राष्ट्रीय राजमार्ग-925 पर भारतीय वायु सेना के विमानों के लिए इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड(ईएलएफ) का बृहस्पतिवार को उद्घाटन किया।

 

वायु सेना के एक हरक्यूलिस सी-130जे विमान ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पर मॉक इमरजेंसी लैंडिंग की। इस दौरान दोनों मंत्री और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत विमान में सवार थे। यह एनएच-925ए राष्ट्रीय राजमार्ग पर भारतीय वायुसेना के विमानों के लिए बना पहला इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड है। दोनों मंत्रियों ने एनएच-925 पर तैयार आपातकालीन लैंडिंग सुविधा पर कई विमानों के संचालन को देखा। सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और आईएएफ के एएन-32 सैन्य परिवहन विमान और एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टर ने भी ईएलएफ पर इमरजेंसी लैंडिंग की।

 

रक्षा मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि बाड़मेर के समान ही कुल 20 ‘इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड’ का देशभर में निर्माण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सड़क मंत्रालय के सहयोग से कई हेलीपैड भी बनाए जा रहे हैं। हमारे सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसी सोच थी कि अगर रक्षा संबंधी कार्यों पर ज्यादा खर्च किया जाता है, तो देश में विकास प्रभावित होगा, लेकिन आज राष्ट्रीय राजमार्ग पर इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड को देखकर, विश्वास के साथ कह सकता हूं कि रक्षा और विकास साथ-साथ चल सकते हैं।

 

एक आधिकारिक बयान के अनुसार, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने भारतीय वायु सेना के लिए आपातकालीन स्थिति में विमान उतारने के वास्ते एनएच-925ए के सत्ता-गंधव खंड के तीन किलोमीटर के हिस्से पर ईएलएफ का निर्माण किया है। सिंह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास इसके निर्माण से, हमने यह संदेश दिया है कि हम कर कीमत पर अपने देश की एकता, विविधता और संप्रभुता के लिए खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड के इस तरह के निर्माण से भारत में अत्यधिक आत्मविश्वास आया है। यह इमरजेंसी लैंडिंग फील्ड न केवल युद्ध के दौरान बल्कि प्राकृतिक आपदाओं के समय भी मददगार होगी।

 

भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमान और परिवहन विमानों ने यह दिखाने के लिए अक्टूबर 2017 में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर मॉक लैंडिंग की थी कि ऐसे राजमार्गों का उपयोग आपात स्थिति में आईएएफ के विमानों को उतारने के लिए किया सकता है। लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे राष्ट्रीय राजमार्ग नहीं है और वह उत्तर प्रदेश सरकार के अंतर्गत आता है।

 

आधिकारिक बयान के अनुसार, यह सुविधा भारतमाला परियोजना के तहत गगरिया-बखासर और सत्ता-गंधव खंड के नव विकसित टू-लेन पेव्ड शोल्डर का हिस्सा है, जिसकी कुल लंबाई 196.97 किलोमीटर है और इसकी लागत 765.52 करोड़ रुपये है। पेव्ड शोल्डर उस भाग को कहा जाता है, जो राजमार्ग के उस हिस्से के पास हो जहां से वाहन नियमित रूप से गुजरते हैं।

 

बयान में कहा गया कि यह परियोजना अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित बाड़मेर और जालौर जिलों के गांवों के बीच सम्पर्क में सुधार करेगी। इसके पश्चिमी सीमा क्षेत्र में स्थित होने से भारतीय सेना को निगरानी करने में मदद के साथ-साथ बुनियादी ढांचे को मजबूत करने में भी सहायता मिलेगी। ऐसा पहली बार होगा जब भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग का इस्तेमाल आपात स्थिति में विमान उतारने के लिए किया जाएगा।

 

ईएलएफ का निर्माण 19 महीने के अंदर पूरा किया गया है। इसका निर्माण कार्य जुलाई 2019 में शुरू किया गया था और जनवरी 2021 में यह सम्पन्न हो गया। आईएएफ और एनएचएआई की देखरेख में जीएचवी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने इसका निर्माण किया है।

VIDEO POST

View All Videos
X