नालागढ़(सोलन), 07 सितंबर। हिमाचल प्रदेश के जिला सोलन के उपमंडल नालागढ़ के कोर्ट में पिछले दिनों हुई गोलीबारी के तार पाकिस्तान के साथ जुड़े पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि नालागढ़ कोर्ट परिसर में हत्या आरोपी को पेश करने आई पुलिस पर हुई गोलीबारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई की साजिश का हिस्सा थी। दिल्ली पुलिस के हत्थे चढ़े आरोपियों से पूछताछ में एक और बड़ा खुलासा हुआ है कि गोलीबारी करने वाले युवक यहां हत्या आरोपी को मारने नहीं बल्कि उसे पुलिस से छुड़ाने के लिए आए हुए थे।
देश के एक बड़े न्यजू चैनल आज तक की वेबसाइट पर जारी खबर के अनुसार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की कांउटर इंटेलीजेंस यूनिट ने आतंकी और गैंगस्टर कनेक्शन से जुड़ी एक बड़ी साजिश का खुलासा किया है। इसके मुताबिक पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले में नालागढ़ कोर्ट परिसर से बंबीहा गैंग के एक खूंखार गैंगस्टर को छुड़ाने की साजिश रची थी। हिमाचल में गड़बड़ी फैलाने का पूरा प्लान सरहद पार बैठे आतंकी रिन्दा के कहने पर तैयार किया गया था, जो नाकाम हो गया।
बताया जा रहा है कि यूरोप में बैठे गैंगस्टर लक्की पटियाल के इशारे पर इस काम को अंजाम देने के लिए हैंड ग्रेनेड और दूसरे हथियार सप्लाई किए गए। इस खूनी साजिश में शामिल कुल 6 गैंगस्टर गिरफ्तार कर लिए गए हैं। इनमें वकील, गगनदीप, प्रगट, गुर्जन्त, अजय उर्फ मेंटल और विक्रम उर्फ विक्की शामिल हैं, जो बंबीहा गैंग से जुड़े हैं। पकड़े गए गैंगस्टर पंजाब और हरियाणा के रहने वाले हैं, जिन्हें दिल्ली, चंडीगढ़ और पंजाब से गिरफ्तार किया गया है।
ज्ञात रहे कि 29 अगस्त को विक्की मिददुखेड़ा हत्याकांड के मुख्य शूटर सन्नी उर्फ लेफ्टी को जब सिरमौर पुलिस नालागढ़ कोर्ट में पेश करने लाई थी तो कोर्ट परिसर में घात लगाए बैठे शूटरों ने फायरिंग कर दी थी। पुलिस की सूझबूझ के चलते किसी की जान नहीं गई थी और शूटर मकसद में नाकाम होने के बाद मौके से भाग खड़े हुए थे। हालांकि भागते समय उनकी बाइक गिर गई और पैदल ही जगल में लापता हो गए। हालांकि अब तक यही माना जा रहा था कि यह शूटआउट सन्नी को ठिकाने लगाने के लिए उसकी विरोधी गैंग ने करवाया है, मगर दिल्ली पुलिस ने इस थियोरी को नकार दिया है। आरोपियों से पूछताछ के बाद खुलासा हुआ है कि नालागढ़ कोर्ट परिसर में हुई गोलीबारी सन्नी को छुड़ाने के लिए की गई थी और इसमें बंबीहा गैंग के गैंगस्टर शामिल थे।
यह भी खुलाया हुआ है कि पाकिस्तान और यूरोप में बैठकर यह साजिश रची गई थी। इसे अंजाम देने वाले गुर्गे सीसीटीवी कैमरे में में कैद हो गए थे। ये चार शूटर थे और इनमें से दो बाइक पर सवार होकर कोर्ट परिसर के बाहर पहुंचे थे। उन्होंने पहले वहां रेकी की थी और फिर शूट आउट को अंजाम दिया। जब वे सन्नी को छुड़ाने में नाकाम हुए तो वहां से फरार हो गए।
यह भी पता चला है कि नालागढ़ वारदात में शामिल चारों शूटर लकी पटियाल से फोन पर बात कर रहे थे और लकी आतंकी रिन्दा के सम्पर्क में था। दलपीत बाबा नाम का एक आतंकी रिन्दा का बहुत करीबी माना जाता है, जो इस वक्त नांदेड जेल में बंद है। बाबा सीधे तौर पर आतंकी रिन्दा से जुड़ा हुआ है और पकड़े गए सभी 6 शूटर्स इस बाबा से जुड़े बताए जा रहे हैं।
आर्मेनिया से गैंग चलाता है लकी पटियाल
बंबीहा के एनकाउंटर के बाद इस गैंग की कमान गौरव उर्फ़ लकी पटियाल सम्भालने लगा। चंडीगढ़ के धनास का रहने वाला लकी बंबीहा गैंग चलाने वालों में लकी गौरव पटियाल पंजाब का बड़ा गैंगस्टर है जो पहले क़त्ल, क़त्ल की कोशिश और फिरौती जैसे मामले में जेल में बंद था और फिर आर्मेनिया भाग गया था।
पाकिस्तान में छिपा बैठा है आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा
आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा पंजाब के तरनतारन का रहने वाला है। वह महाराष्ट्र के नांदेड़ साहेब शिफ्ट हो गया था। हरविंदर सिंह अब पाकिस्तान में छिपा है। जांच में पता चला था कि वह फेक पासपोर्ट के जरिए नेपाल होते हुए पाकिस्तान पहुंचा था। रिंदा को सितंबर 2011 में तरनतारन में एक युवक की मौत के मामले में उम्रकैद की सजा हुई थी। इसने वर्ष 2014 में पटियाला सेंट्रल जेल के अधिकारियों पर हमला किया था। इतना ही नहीं अप्रैल 2016 में चंडीगढ़ में पंजाब यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट ऑर्गेनाइजेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पर भी रिंदा ने गोलियां चलाई थीं। अप्रैल 2017 में रिंदा पर होशियारपुर सरपंच की हत्या का भी आरोप लगा था।
इससे पहले रिंदा का नाम खालिस्तानी समर्थक जगजीत सिंह ने भी लिया था। जगजीत सिंह को जून 2021 में 48 पिस्टल, 200 कारतूस के साथ पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रिंदा पर पंजाब और महाराष्ट्र में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा रिंदा का नाम पिछले साल सीआईए की बिल्डिंग पर आतंकी हमले में भी सामने आया था। पिछले साल दिसंबर में लुधियाना कोर्ट में हुए हमले में भी रिंदा का हाथ था।