Friday, April 26, 2024
BREAKING
खुलकर सामने आ रहे हैं कांग्रेस के आमजन विरोधी इरादे : जयराम ठाकुर कांगड़ा बाईपास पर राजीव की फूड वैन देख रुके सीएम सुक्‍खू शिमला में चार साल की मासूम से दुष्‍कर्म चंबा फ़र्स्ट के लिए मोदी ने चंबा को आकांक्षी ज़िला बनाया : जयराम ठाकुर बिकाऊ विधायक धनबल से नहीं जीत सकते उपचुनाव : कांग्रेस तीन हजार रिश्‍वत लेते रंगे हाथों दबोचा एएसआई 23 वर्षीय युवती ने फंदा लगाकर की आत्‍महत्‍या सरकार उठाएगी पीड़ित बिटिया के इलाज का पूरा खर्च: मुख्यमंत्री युवक ने दिनदिहाड़े छात्रा पर किए दराट के एक दर्जन वार, हालत गंभीर पीजीआई रेफर राज्य सरकार के प्रयासों से शिंकुला टनल को मिली एफसीए क्लीयरेंस: सीएम
 

संस्कृत की बेटी है हिन्दी

एफ.आई.आर. लाइव डेस्क Updated on Tuesday, September 15, 2020 15:14 PM IST

बिलासपुर, 15 सितंबर। भाषा एवं संस्कृति विभाग कार्यालय बिलासपुर ने हिन्दी दिवस के अवसर पर गूगल ऐप के माध्यम से कल सुबह 11 बजे लेखक गोष्ठी एवं कवि सम्मेलन का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ इन्द्र सिंह चन्देल ने ‘‘ ऐ मालिक तेरे बन्दे हम वन्दना से किया। कार्यक्रम को दो भागों में आयोजित किया गया। प्रथम सत्र में पत्रवाचन व हिन्दी विषय पर शोध पत्र पढ़े गए। अरूण डोगरा रितू ने ‘‘पूर्ण राज्यत्व के 50 वर्ष‘‘ विषय पर पत्रवाचन पढ़ा। इसके उपरांत डॉ हेमा ठाकुर ने ‘‘हिन्दी भाषा कल से लेकर आजतक‘‘ विषय पर शोध पत्र पढ़ा। इसके उपरान्त इन विषयों पर साहित्यकारों द्वारा चर्चा-परिचर्चा की गई।

दूसरे सत्र में कवि गोष्ठी का आयोजन किया गया। रविन्द्र शर्मा की रचना थी ‘‘हिन्दी हिन्द की शान‘‘। डॉ हेमा ठाकुर ने ‘‘हिन्दी‘‘ शीर्षक से रचना प्रस्तुत की, पंक्तियां थी- संस्कृत की बेटी है हिन्दी। सुशील पुण्डीर ने ‘‘ हिन्दी दिवस‘‘ शीर्षक से रचना प्रस्तुत की, पंक्तियां थीं- मैं हिन्दी हूं, मैं हिन्दी हूं, जन-जन की चेहती मैं हिन्दी हूं। सुरेन्द्र मिन्हास की रचना का शीर्षक था‘‘ मेरा घर‘‘ पंक्तियां थी- सुन्दर सजा है केवल मेरा घर, सबसे प्यारा मेरा अपना घर। अन्जू शर्मा ने ‘‘राष्ट्र जननी हिन्दी‘‘ शीर्षक से रचना प्रस्तुत की, पंक्तियां थी- ज्ञान विज्ञान का है अथाह सागर इसमें फिर क्यों उपेक्षा की शिकार है हिन्दी। अरूण डोगरा रितू ने ‘‘ गऊ माता‘‘ शीर्षक से रचना प्रस्तुत की- पंक्तियां थीं- समझे और समझाएं चलों आज हम यह कसम खाएं, गऊ माता को न कटवाएं। हुसैन अली की रचना की पंक्तियां थी- ‘‘मोहब्बते जिन्दगी‘‘ शीर्षक से रचना प्रस्तुत की। इसके अतिरिक्त कविता सिसोदिया, जावेद, इन्द्र सिंह चन्देल, रविन्द्र कुमार, प्यारी देवी भी ऑनलाइन के माध्यम से श्रोताओं के रूप में इस कवि सम्मेलन में उपस्थित रहे।

इस मौके पर जिला भाषा अधिकारी नीलम चन्देल ने सभी साहित्यकारों का आभार व्यक्त करते हुए राजभाषा हिन्दी के महत्व पर प्रकाश डाला एवं पूर्ण राज्यत्व के 50 वें स्वर्ण जयन्ती वर्ष के अवसर पर विभाग द्वारा आयोजित की जा रही विभागीय गतिविधियों की जानकारी भी दी।

अंतरराष्‍ट्रीय साहित्य महोत्सव का आयोजन शिमला में 16 से 18 जून तक

प्रवेश होगा निशुल्‍क : अंतरराष्‍ट्रीय साहित्य महोत्सव का आयोजन शिमला में 16 से 18 जून तक

मुख्यमंत्री ने कविता संग्रह हाशिये वाली जगह का विमोचन किया

हिमतरू प्रकाशन : मुख्यमंत्री ने कविता संग्रह हाशिये वाली जगह का विमोचन किया

सब खुश थे सुनकर जंग की बातें, मगर इधर पहरों मुंह में निवाला नहीं गया...

कवियों ने किया साहित्य उत्सव सराबोर : सब खुश थे सुनकर जंग की बातें, मगर इधर पहरों मुंह में निवाला नहीं गया...

साहित्य उत्सव शुरू, देश के वरिष्ठ साहित्यकारों से सीधा संवाद

दलाईलामा ने भेजा संदेश : साहित्य उत्सव शुरू, देश के वरिष्ठ साहित्यकारों से सीधा संवाद

कितने मशहूर हो गये हो क्या, खुद से भी दूर हो गये हो...

कवि साम्‍मेलन आयोजित : कितने मशहूर हो गये हो क्या, खुद से भी दूर हो गये हो...

मल्लिका नड्डा ने पद्मश्री के लिए ललिता और विद्यानंद को बधाई दी

सम्‍मान : मल्लिका नड्डा ने पद्मश्री के लिए ललिता और विद्यानंद को बधाई दी

सोची-समझी साजिश के तहत विकृत किया गया भारतीय इतिहास: धूमल

राष्ट्रीय परिसंवाद एवं वेबीनार : सोची-समझी साजिश के तहत विकृत किया गया भारतीय इतिहास: धूमल

युवा पीढ़ी को उपलब्‍ध करवाई जाए ऐतिहासिक घटनाओं की सही डॉक्यूमेंटेशन:राज्यपाल

नेरी शोध संस्‍थान में परिसंवाद : युवा पीढ़ी को उपलब्‍ध करवाई जाए ऐतिहासिक घटनाओं की सही डॉक्यूमेंटेशन:राज्यपाल

VIDEO POST

View All Videos
X